अगर रेलवे को पैसा ही कमाना होता तो रेल किसी को कोई रियायत (concession) नहीं देती ।
भारतीय रेल में एक छह साल के बच्चे का भी उतना किराया है और एक साठ (60) साल की महिला का भी ।
मैं तो कहता हूँ कि सारे concessions खत्म करके उनका पूरा पैसा safety और सुविधाओ पर लगा देना चाहिए जिससे कि लोगों की इच्छाएं पूरी हो सके ।